歌词
जाने किसके ख़्वाब तकिए के नीचे रात रख जाती है
हालांकि नींद नहीं आती है
जाने किसके ख़्वाब तकिए के नीचे रात रख जाती है
जागती आँखों में भी अब कोई सोता है
जब कोई नहीं होता, तब कोई होता है
जागती आँखों में भी अब कोई सोता है
जब कोई नहीं होता, तब कोई होता है
जाने किसकी बात होंठों पे लाके रात रख जाती है
हालांकि नींद नहीं आती है